नई दिल्ली। अशोक गहलोत ने कहा था कि राजस्थान में सरकार बचाने के पीछे बीजेपी नेता और पूर्व सीएम वसुंधरा राजे का हाथ है। गहलोत के इस बयान को लेकर सचिन पायलट आज आग बबूला दिखे। पायलट ने कहा कि इससे एक बात और स्पष्ट हो गई है। मुख्यमंत्री का जो भाषण हुआ उससे लगता है कि मुख्यमंत्री की नेता सोनिया गांधी नहीं है, उनकी नेता वसुंधरा राजे हैं। पायलट ने कहा कि एक तरफ कहा जा रहा था कि हमारी सरकार को गिराने का काम भाजपा कर रही थी। दूसरी तरफ कहा गया कि वसुंधरा ने सरकार बचाई, तो सच क्या है ये स्पष्ट कर देना चाहिए। पयलट ने कहा कि मेरे ऊपर राष्ट्रदोह तक लगाने की कोशिश की गई थी। मैं और मेरे साथी चाहते थे कि नेतृत्व परिवर्तन हो और हम लोग दिल्ली गए थे, जिसको लेकर कमेटी का गठन किया गया।
सचिन पायलट ने आगे कहा कि हम सभी ने जी-जान से कोशिश की थी। अनुशासन तोड़ने का काम कभी नहीं किया। मुझे बहुत कुछ कहा गया, निकम्मा, ग़द्दार, वग़ैरह लेकिन जो आरोप लगाया परसों वो ग़लत था। जो भाषण दिया उसमें अपने ही सरकार के नेताओं को बेइज्जत किया जा रहा है और भाजपा का गुणगान किया जा रहा है। मैं सिरे से इन बेबुनियाद और झूठे आरोपों को नकारता हूं। चंद रुपये में नेताओ को बिक जाने का आरोप लगा देना सरासर ग़लत है।
#WATCH | After listening to Ashok Gehlot's speech in Dholpur, it seems like his leader is not Sonia Gandhi but Vasundhara Raje Scindia: Congress MLA Sachin Pilot pic.twitter.com/Cs6KoMpsbh
— ANI (@ANI) May 9, 2023
पायलट ने प्रेस कॉन्फ्रेंस में कहा, “हम दिल्ली गये, अपनी बात रखी और सभी बात को समझकर सोनिया जी ने दिल्ली से नेताओं को भेजा और मीटिंग हो ही नहीं पाई। वो ग़द्दारी थी, क्योंकि वो अवहेलना की गई। अब तक जो हुआ वो साफ़ दिखाता है कि अनुशासनहीनता किसने की। पार्टी को कौन कमज़ोर कर रहा है दिख रहा है। अपने नेताओं को खुश करने के लिए हर कोई बहुत कुछ कहता है, लेकिन मैं मंच से बोलू ये शोभा नहीं देता।
सचिन पायलट ने गहलोत पर निशाना साधते हुए कहा,”मैं डेढ़ साल से चिट्ठियां लिख रहा हूं। वसुंधरा के कार्यकाल में जो भ्रष्टाचार हुआ उसकी जांच क्यों नहीं हुई। अब समझ आ रहा है कि इसकी जांच क्यों नहीं हुई।” सचिन पायलट ने आगे कहा, “मैंने कारप्शन के मुद्दे को उठाया है और आगे भी उठाऊंगा। मैंने 11 मई को अजमेर से जयपुर तक जन संघर्ष पदयात्रा करने और भ्रष्टाचार जैसे मुद्दों और युवाओं से जुड़े अन्य मुद्दों को उठाने का फैसला किया है। मेरा मानना है कि सही फैसले तभी लिए जाते हैं जब हमारे पास लोगों का समर्थन हो।”