नई दिल्ली। देश में पिछले कई दिनों से रामचरितमानस ग्रंथ को लेकर काफी विवाद चल रहा है। लगातार नेताओं के विवादित बयानों का सिलसिला जारी है। साथ ही समाजवादी पार्टी एमएलसी स्वामी प्रसाद मौर्य ने रामचरितमानस पर विवादित बयान दिया था। अब उसी पर बीजेपी सपा को निशाना बना रही है। बता दें कि बढ़ते विवाद पर पहली बार मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने प्रतिक्रिया देते हुए सीएम योगी ने कहा है कि सरकार के कामों से ध्यान भटकाने के लिए विवाद उठाया गया है।
उन्होंने आगे कहा कि “रामचरितमानस का मुद्दा इसलिए उठाया जा रहा है ताकि सरकार ने जो विकास किया है उस मुद्दे से लोगों का ध्यान भटकाया जा सके। जिन लोगों का यूपी के विकास में कोई योगदान नहीं है वह जानबूझकर इस मुद्दे को उठा रहे हैं। उनकी पहचान का संकट बना हुआ है। इसीलिए अब रामचरितमानस का मुद्दा उठा रहे हैं.” इस दौरान अखिलेश यादव के शूद्र वाले सवाल पर भी सीएम योगी ने पलटवार किया।
अखिलेश यादव को जवाब देते हुए योगी आदित्यनाथ ने कहा, “मैं उन्हें जवाब दूंगा जब उन्हें मेरे जवाब की जरूरत होगी। जवाब उन्हें देना चाहिए जो जवाब को समझ सकें। अराजकता पैदा करने वालों को क्या जवाब दिया जाए.” दरअसल, इससे पहले सपा प्रमुख ने अपने बयान में कहा था, “हमारे मुख्यमंत्री योगी हैं जो एक संस्था से आए हैं। उसका अपना एक इतिहास रहा है। मैं रामचरितमानस और शूद्र पर सीधा पूछूंगा कि सदन में बताइए, शूद्र कौन-कौन हैं। ये हमारा और आपका सवाल नहीं है, ये धार्मिक लोगों का सवाल है।”