नई दिल्ली। उत्तराखंड के जोशीमठ में भूधंसाव की समस्या को ध्यान में रखते हुए सरकार की तरफ से पहले तो उन सभी लोगों को जमींदोज किए जाने के निर्देश दिए गए थे, जो दरकते जा रहे हैं, लेकिन बाद में लोगों के विरोध प्रदर्शन को ध्यान में रखते हुए सरकार को अपना फैसला वापस लेना पड़ा। इसके बाद मकानों को जमींदोज करने के लिए तीनों वर्गों में विभाजित किया गया। जिसमें पहला रेड जोन है। रोज जोन उन घरों के संदर्भ में उपयोग किया जा रहा है, जो कि अगर जमींदोज नहीं किए गए, तो यह कई लोगों के लिए जानलेवा साबित हो सकते हैं। इससे पहले जोशीमठ में स्थित तीन होटलों को भी ध्वस्त करने के निर्देश शासन की तरफ से दिए जा चुके थे, जिसका होटल मालिक सहित स्थानीय लोगों ने विरोध किया था, लेकिन बाद में खुद सीएम धामी ने मोर्चा संभाला और लोगों को समझाने की कोशिश की। मुख्यमंत्री ने खुद होटल मालिक से भी बात की और उन्हें समझाने की कोशिश की। जिसके बाद वे मान गए।
आपको बता दें कि गुरुवार को दोनों होटलों को जमींदोज कर दिया जाता, लेकिन बारिश की वजह से ऐसा नहीं किया। अब कब इन होटलों को जमींदोज किया जाएगा। इस बारे में अभी तक कोई जानकारी सामने नहीं आई है, लेकिन उन सभी लोगों के लिए बड़ी खबर प्रकाश में आई है, जो भूधंसाव की वजह से विस्थापित होने की कगार पर आ चुके हैं अभी जोशीमठ के लोग खौफ में जीने को मजबूर हैं। उन्हें कुछ समझ नहीं आ रहा है कि क्या किया जाएगा। आखिर वो कैसे किसी नई जगह अपनी नई जिंदगी की शुरूआत करें। हालांकि, सीएम धामी की तरफ से स्पष्ट किया जा चुका है कि उन्हें किसी भी प्रकार से घबराने की जरूरत नहीं है। उनकी मदद करने के लिए सरकार हमेशा ही तैयार है। आज इस संदर्भ में राज्य के मुख्य सचिव ने प्रेस कांफ्रेंस कर बड़ी जानकारी सार्वजनिक की है। आइए, आगे आपको इसके बारे में विस्तार से बताते हैं।
प्रेस कांफ्रेंस में राज्य के मुख्य सचिव एसएस संधु ने कहा कि उन सभी लोगों को किराए के घर के लिए आर्थिक रूप से सहायता प्रदान की जाएगी। यह रकम 5 हजार रुपए होगी। साथ ही विस्थापितों को आजीविका के साधन भी मुहैया कराए जाएंगे। लिहाजा उन्हें किसी भी प्रकार की दुश्वारियों से नहीं जूझना होगा। बता दें कि जोशमीठ में करबीन 20 हजार से भी अधिक लोग निवास करते हैं। ऐसे में इन सभी लोगों को आर्थिक सहायता करने का ऐलान सरकार की तरफ से किया गया है। उधर, प्रभावित लोगों ने भी सरकार के इस कदम का स्वागत किया है।
इसके साथ ही धामी सरकार प्रभावित लोगों को बिजली और पानी बिल भी माफ करेगी। सीएम धामी की अध्यक्षता में हुई बैठक में उक्त फैसला लिया गया है। सरकार ने कहा कि भू धंसाव की वजह से लोगों का आर्थिक जीवन प्रभावित हुआ है, जिसे ध्यान में बिजली और पानी बिल माफ करने का फैसला किया गया है। सरकार की तरफ से स्पष्ट किया जा चुका है कि आगामी 6 माह तक प्रभावित लोगों को किसी भी प्रकार का बिल अदा करने की जरूरत नहीं है। बता दें कि धामी सरकार ने विश्वास जताया है कि आगामी माह में उपयुक्त कर्ययोजना के आधार पर इस दुश्वारियों से पार पा लेंगे। सरकार ने कहा कि हम जोशीमठ को बचाने की दिशा में पूरी कोशिश से जुटे हुए हैं। राहत शिविर भी स्थापित किए जा रहे हैं, ताकि प्रभावित लोग वहां कुछ दिनों के लिए रह सकें। वहीं जोशीमठ भू धंसाव समस्या के संदर्भ में अतिशीघ्र शासन को रिपोर्ट भेजने के निर्देश दिए गए हैं। बहरहाल, अब आगामी दिनों में जोशीमठ भू धंसाव की समस्या के संदर्भ में सरकार की तरफ से क्या कुछ फैसला लिया जाता है। इस पर सभी की निगाहें टिकी रहेंगी।