इस्लामाबाद। पाकिस्तान की हालत जगजाहिर है। एक तरफ महंगाई से भुखमरी के हालात हैं। वहीं, आए दिन आतंकी हमले हो रहे हैं आतंकियों ने इस साल अब तक पाकिस्तान की सेना के 2000 से ज्यादा जवानों और अफसरों की भी हत्या की है। आतंकियों के हौसले इतने बुलंद हैं कि उन्होंने शुक्रवार को पाकिस्तान की राजधानी इस्लामाबाद में भी फिदायीन हमला किया। इसके बाद अमेरिका ने अपने नागरिकों और दूतावास कर्मचारियों के लिए बड़ी पाबंदी लगाई है। अमेरिका की तरफ से रविवार को अपने स्टाफ और नागरिकों को आगाह किया गया है कि वे कतई इस्लामाबाद के मैरियट होटल न जाएं। अमेरिका को लग रहा है कि मैरियट होटल सबसे बड़ा और नामचीन है। यहां विदेशी नागरिक और दूतावासों का स्टाफ जाता है। ऐसे में आतंकी यहां हमला कर सकते हैं।
शुक्रवार को हुए फिदायीन हमले के बाद इस्लामाबाद में हाई अलर्ट है। फिदायीन हमले में एक पुलिसवाले की मौत हो गई थी और करीब 10 लोग घायल हुए थे। हमले की जिम्मेदारी तहरीक-ए-तालिबान ने ली थी। अमेरिका को खुफिया सूचना मिली है कि तहरीक-ए-तालिबान के आतंकी मैरियट होटल को निशाना बनाने की साजिश रच रहे हैं। इसकी वजह ये है कि क्रिसमस और नए साल की छुट्टियां हैं और इस होटल में विदेशी पार्टी वगैरा करने आमतौर पर जाते हैं। तहरीक-ए-तालिबान ने बीते दिनों आतंकियों से बन्नू कैंट पर भी कब्जा कर लिया था। वहां तमाम सैनिक मारे गए थे।
इस्लामाबाद का मैरियट होटल पहले भी आतंकियों के निशाने पर रहा है। साल 2008 के सितंबर में मैरियट होटल में फिदायीन हमला हुआ था। उस हमले में 63 लोगों की जान गई थी। जबकि, 250 लोग घायल हुए थे। शुक्रवार को हुए फिदायीन हमले के बाद जांच के लिए एक दल बनाया गया है। इसकी रिपोर्ट 30 दिन में मांगी गई है। फिलहाल इस्लामाबाद में किसी भी तरह की सभा, जुलूस निकालने वगैरा पर सख्त पाबंदी भी लगाई गई है।