विदेश। पाकिस्तान की शहबाज सरकार की मंत्री शाजिया मर्री ने भारत को परमाणु हमले की धमकी दी है। शाजिया ने कहा कि हमने एटम बम खामोश बैठने के लिए नहीं बनाया है। मालूम हो कि भारत में पाकिस्तान के विदेश मंत्री बिलावल भुट्टो जरदारी के बयान का तीखा विरोध हो रहा है। बिलावल के समर्थन में की गई प्रेस कांफ्रेंस में शाजिया ने कहा, ‘पाकिस्तान जवाब देना जानता है। पाकिस्तान वह मुल्क नहीं है जो एक थप्पड़ के नतीजे में दूसरा गाल आगे करेगा।
शाजिया ने कहा कि यदि भारत की ओर से कोई एक्शन हुआ तो उसका जवाब दिया जाएगा। शाजिया ने आगे कहा, ‘मैंने कई फोरम पर मोदी सरकार के भेजे गए डेलीगेट्स का मुकाबला किया है।’ भारत को यह नहीं भूलना चाहिए कि पाकिस्तान के पास परमाणु बम है। हमारा न्यूक्लियर स्टेटस चुप रहने के लिए नहीं है। जरूरत पड़ने पर हम पीछे नहीं हटेंगे।
संयुक्त राष्ट्र में बिलावल भुट्टो की टिप्पणी की कड़ी और निर्मम निंदा करते हुए नई दिल्ली ने कहा कि पाकिस्तान के पास भारत पर आक्षेप लगाने के लिए साख की कमी है और कहा कि “मेक इन पाकिस्तान आतंकवाद” को रोकना होगा। गुरुवार को एक बेहद आपत्तिजनक टिप्पणी में बिलावल भुट्टो ने कहा था, “ओसामा बिन लादेन मर चुका है, लेकिन गुजरात का कसाई जिंदा है और वह भारत का प्रधानमंत्री है।” बिलावल भुट्टो ने यह अभद्र टिप्पणी विदेश मंत्री एस जयशंकर के पाकिस्तान को “आतंकवाद का केंद्र” कहने पर प्रतिक्रिया देते हुए की।
भारतीय विदेश मंत्रालय ने एक बयान में कहा,”ये टिप्पणियां पाकिस्तान के लिए एक नया निचला स्तर है। पाकिस्तान के विदेश मंत्री स्पष्ट रूप से 1971 में उस दिन को भूल गए हैं, जो बंगालियों और हिंदुओं के खिलाफ पाकिस्तानी शासकों के किए गए नरसंहार का प्रत्यक्ष परिणाम था। दुर्भाग्य से, पाकिस्तान के अपने अल्पसंख्यकों के साथ व्यवहार में अब भी बहुत बदलाव नहीं आया है।” विदेश मंत्रालय ने कहा कि पाकिस्तान के विदेश मंत्री की “असभ्य टिप्पणी” पाकिस्तान में मौजूद आतंकवादियों का प्रॉक्सी के रूप में उपयोग करने में बढ़ती अक्षमता का परिणाम प्रतीत होता है। न्यूयॉर्क, मुंबई, पुलवामा, पठानकोट और लंदन जैसे शहरों को पाकिस्तान प्रायोजित, समर्थित और उकसाने वाले आतंकवाद को सहन करना पड़ा है। यह हिंसा उनके विशेष आतंकवादी क्षेत्रों से निकली है और दुनिया के सभी हिस्सों में निर्यात की गई है।