नई दिल्ली। भारत-चीन के सैनिकों के बीच झड़प की खबर सामने आ रही है। खबर है कि अरूणाचल प्रदेश स्थित तंवाग में दोनों देशों के सैनिकों के बीच झड़प हुई है। पूरी घटना 9 दिसंबर की बताई जा रही है। इस झड़प में दोनों ही देशों के सैनिकों के घायल होने की खबर प्रकाश में आई है। इस झड़प के दोनों ही देशों के सैन्य कमांडर ने फ्लैग मीटिंग भी की। उधर, सैन्य सूत्रों की मानें तो इस झड़प में चीन के सैनिकों को अधिक नुकसान हुआ है।

 

वहीं, अब भारत-चीनी सैनिकों के बीच हुई झड़प को लेकर एआईएमआईएम प्रमुख असदुद्दीन ओवैसी का ट्वीट सामने आया है। बता दें, ओवैसी ने लगातार तीन ट्वीट किए हैं, जिसमें उन्होंने दोनों देशों के बीच हुई झड़प के बारे में क्या कुछ कहा है। आइए, आपको बताते हैं।

 

ओवैसी ने अपने ट्वीट में क्या कहा?

ओवैसी ने अपने पहले ट्वीट में कहा कि, ‘अरूणाचल में स्थिति भयावह बनी हुई है। भारत-चीन के सैनिकों के बीच झड़प हुई है, लेकिन सरकार ने सभी लोगों को अंधेरे में रखा। आखिर क्यों इसे संसद के सत्र में सूचित नहीं किया गया। जब वर्तमान में संसद का सत्र चल रहा है। इसके अलावा ओवैसी ने अपने दूसरे ट्वीट में भी मोदी सरकार पर सवाल उठाए हैं। जिसमें उन्होंने कहा कि झड़प को लेकर अभी अधूरी जानकारी सामने आई है।

आखिर इस झड़प के पीछे की वजह क्या है ? क्या इस झड़प में फायरिंग जैसा कदम भी उठाया गया या फिर गलवान जैसी स्थिति ही देखने को मिली? आखिर इस झड़प में कितने सैनिक घायल हुए हैं ? उन सैनिकों की हालत कैसी है ? आखिर क्यों संसद चीन को कड़े संदेश देने के लिए लोगों की सहायता प्राप्त कर सकती है ?

इसके साथ ही ओवैसी ने अपने आखिरी ट्वीट में कहा कि भारतीय सैनिक चीन को मुंहतोड़ जवाब देने के लिए पूरी तरह से तैयार है। लेकिन यह मोदी सरकार की कमजोर नेतृत्व का ही नतीजा है कि आज चीन-भारत सैनिकों के बीच झड़प जैसी स्थिति देखने को मिल रही है। इस पर संसद में आवश्यक चर्चा होनी चाहिए। मैं इस मसले पर कल संसद में स्थगन प्रस्ताव पेश करूंगा।

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