विदेश। प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी इस वर्ष रूस के राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतिन के साथ वार्षिक शिखर सम्मेलन के लिए रूस की यात्रा नहीं करेंगे। रूस-यूक्रेन युद्ध को देखते हुए ये फैसला लिया गया है। बता दें कि रूस-यूक्रेन युद्ध को लेकर भारत ने दोनों देशों के बीच एक राजनायिक संतुलन बनाए रखने की मांग की है।
सरकारी सूत्रों से पता चला है कि इंडोनेशिया के बाली में जी20 शिखर सम्मेलन के लिए पीएम मोदी की यात्रा इस साल उनकी आखिरी विदेश यात्रा थी। हालाँकि इसे लेकर रूस और भारत की ओर से आधिकारिक रूप से कुछ भी नहीं कहा गया है।
समाचार एजेंसी रॉयटर्स और एएनआई ने सूत्रों के हवाले से कहा है कि संभव है कि भारतीय प्रधानमंत्री रूसी राष्ट्रपति के साथ सालाना बैठक के लिए रूस ना जाएं।
India-Russia annual summit may not happen this year, PM Narendra Modi unlikely to visit Moscow to meet Russian President Vladamir Putin: Sources
(File photos) pic.twitter.com/lS69V7hz4t
— ANI (@ANI) December 10, 2022
समाचार एजेंसी रॉयटर्स के मुताबिक़ नरेंद्र मोदी और रूसी राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतिन के बीच होने वाली सालाना बैठक इस साल नहीं होगी। एजेंसी ने सूत्रों के हवाले से यह ख़बर दी है और कहा है कि दोनों नेताओं के बीच सितंबर महीने में बात हुई थी, उस दौरान इसे लेकर भी चर्चा हुई थी।
अमेरिका की ब्लूमबर्ग न्यूज ने सूत्रों के हवाले से कहा है कि पीएम मोदी इस साल व्लादिमीर पुतिन के साथ वार्षिक शिखर वार्ता नहीं करेंगे। ऐसा वो यूक्रेन युद्ध और उसमें परमाणु हथियार के इस्तेमाल की पुतिन की धमकी के मद्देनजर करेंगे। हालांकि पीएम मोदी और पुतिन सितंबर में उज्बेकिस्तान में हुए शंघाई सहयोग संगठन (SCO) शिखर सम्मेलन के दौरान अनौपचारिक रूप से मिल चुके हैं।
दोनों नेता यूक्रेन युद्ध और अन्य मुद्दों पर 2022 में कई बार टेलीफोन पर भी बात कर चुके हैं। ब्लूमबर्ग न्यूज ने एक रूसी अधिकारी के हवाले से कहा कि भारत ने एससीओ शिखर सम्मेलन के दौरान उज्बेकिस्तान में ही इस वर्ष मोदी-पुतिन की वार्ता संभव ना होने की जानकारी दे दी थी।
जी-20 शिखर सम्मेलन
भारत अगले साल सितंबर 2023 में जी-20 शिखर सम्मेलन का आयोजन करेगी। मंत्रालय के मुताबिक, भारत अपनी अध्यक्षता में 9 और 10 सितंबर 2023 को नई दिल्ली में जी-20 नेताओं के शिखर सम्मेलन की मेजबानी करेगा। बता दें कि जी-20 प्रेसिडेंसी के रूप में भारत, बांग्लादेश, मिस्र, मॉरीशस, नीदरलैंड, नाइजीरिया, ओमान, सिंगापुर, स्पेन और यूएई को अतिथि देशों के रूप में आमंत्रित कर सकता है।
जी-20 में शामिल हैं ये देश
जी-20 दुनिया की बीस प्रमुख विकसित और विकासशील अर्थव्यवस्थाओं का एक अंतर सरकारी संगठन है। इसमें अर्जेंटीना, ऑस्ट्रेलिया, ब्राजील, कनाडा, चीन, फ्रांस, जर्मनी, भारत, इंडोनेशिया, इटली, जापान, कोरिया गणराज्य, मैक्सिको, रूस, सऊदी अरब, दक्षिण अफ्रीका, तुर्की, ब्रिटेन, अमेरिका और यूरोपीय संघ शामिल हैं।