आज से संसद का शीतकालीन सत्र शुरू

नई दिल्ली। संसद का शीतकालीन सत्र आज से शुरू होगा। इससे पहले प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने संसद पहुंचकर मीडिया को संबोधित किया। गुजरात और हिमाचल प्रदेश के चुनावों के चलते सत्र इस बार देर से शुरू हुआ है। माना जा रहा है कि सत्र पर चुनावी नतीजों का साया भी दिखेगा। इस दौरान संसद की 17 बैठकों आयोजित की जाएंगी।

सरकार की ओर से 16 नए बिल पेश किए जाएंगे, जबकि सत्र की समाप्ति से पहले सरकार की योजना 23 बिलों को पास कराने की है। सरकार ने मंगलवार को सर्वदलीय बैठक बुलाई, जिसमें सदन चलाने को लेकर विपक्ष सहित सभी दलों से सहयोगी की अपील की। बैठक में कांग्रेस, टीएमसी, डीएमके, बीजेडी, आप सहित 31 दलों के नेताओं ने हिस्सा लिया।

 

बैठक में सरकार की ओर से केंद्रीय मंत्री पीयूष गोयल और संसदीय कार्य मंत्री प्रह्लाद जोशी भी मौजूद थे। सर्वदलीय बैठक की अध्यक्षता करते हुए रक्षा मंत्री और लोकसभा के उपनेता राजनाथ सिंह ने सदन के सुचारू कामकाज संचालित होने के लिए सभी दलों का सहयोग मांगा।

कौन-कौन से बिल होंगे पेश

अब इन दावों के बीच जिन बिलों को इस बार शीतकालीन सत्र में पेश किया जाना है, वो काफी अहम हैं। सरकार द्वारा कुल 19 बिल पेश किए जाएंगे। इनमें से तीन को पुराने हैं, वहीं 16 नए बिल पेश किए जाएंगे। बहुराज्य सहकारी सोसाइटी (संशोधन) विधेयक 2022, राष्ट्रीय दंत चिकित्सा आयोग विधेयक, 2022,  राष्ट्रीय परिचर्या और प्रसूति विद्या आयोग विधेयक 2022, बहु-राज्यीय सहकारी सोसाइटी (संशोधन) विधेयक, 2022 है।

तटीय जल कृषि प्राधिकार संशोधन विधेयक 2022, संविधान (अनुसूचित जनजातियां) आदेश (पांचवां संशोधन) विधेयक 2022 शामिल हैं। इनके अलावा संविधान (अनुसूचित जनजातियां) आदेश (तीसरा संशोधन) विधेयक 2022, निरसन औरसंशोधन विधेयक,2022,  पुराना अनुदान विधेयक (विनियमन) 2022 जैसे बिल भी पेश किए जा सकते हैं।

 

शीतकालीन सत्र के दौरान पीएम मोदी ने क्या कहा ?

  • देश को जी-20 मेजबानी का अवसर मिला है। विश्व को भारत से अपेक्षाएं बढ़ी हैं। भारत वैश्विक मंच पर अपनी भागीदारी बढ़ा रहा है।
  • 15 अगस्त के पहले हम मिले थे, 15 अगस्त को आजादी का अमृत महोत्सव पूरा हुआ और हम अमृत काल में आगे बढ़ रहे हैं।
  • जिस प्रकार से भारत वैश्विक मंच पर अपनी भागीदारी बढ़ाता जा रहा है ऐसे समय में G-20 की मेजबानी भारत को मिलना एक बहुत बड़ा अवसर है।
  • हमें युवा सांसदों की भावनाओं को समझना होगा। मैं सभी पार्टी के लीडर और फ्लोर लीडर से आग्रह करना चाहता हूं कि उज्जवल भविष्य और लोकतंत्र की भावी पीढ़ी को तैयार करने के लिए हम ज्यादा से ज्यादा अवसर युवा सांसदों को दें।
  • देश को विकास की नई ऊंचाइयों पर ले जाने के लिए, वर्तमान वैश्विक परिस्थितियों में भारत को आगे बढ़ाने के लिए आवश्यक नए अवसरों को ध्यान में रख कर कई महत्वपूर्ण निर्णय इस सत्र में करने का प्रयास किया जाएगा।
  • मुझे उम्मीद है कि सभी राजनितिक दल चर्चा को और आगे बढाएंगे, वे अपने विचारों से निर्णयों को नई ताकत देंगे, दिशा को स्पष्ट रूप से उजागर करने में मदद करेंगे।
  • सदन में शोर-शराबे के बाद सदन स्थगित हो जाता है, जिससे हम सासंदों का बहुत नुकसान होता। युवा सांसदों का कहना है कि सदन न चलने के कारण हम जो सीखना चाहते हैं वो सीख नहीं पाते हैं। इसलिए सदन का चलना बेहद ज़रूरी है। ऐसा ही विपक्ष के सांसद का भी कहना है।
  • मैं सभी दलों से आग्रह करता हूं कि इस सत्र को अधिक उत्पादक बनाने का सामूहिक प्रयास हम सभी करें।

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