नई दिल्ली। गुजरात में सोमवार को 93 विधानसभा सीटों पर दूसरे और अंतिम चरण का मतदान पूरा हो गया है। इससे पहले 1 दिसंबर को राज्य की 89 सीटों पर मतदान करवाया गया था। वोटिंग के खत्म होने के तुरंत बाद एग्जिट पोल के नतीजे सामने आने शुरू हो गए। जिससे कछ हद तक ये साफ हो जाएगा कि गुजरात में इस बार किसकी सरकार बनने जा रही है।
गुजरात में दूसरे चरण में कुल 833 कैंडिडेट चुनावी मैदान में हैं। इस चरण में गुजरात की 93 सीटों पर वोटिंग जारी है दूसरे चरण में आम आदमी पार्टी और भारतीय जनता पार्टी सभी 93 पर लड़ रही है। वहीं कांग्रेस 90 सीटों पर ही चुनाव लड़ रही है। इसके अलावा दो सीटों पर कांग्रेस की सहयोगी एनसीपी ने ताल ठोका है।
अन्य दलों की बात करें तो मायावती के नेतृत्व वाली बहुजन समाज पार्टी यानी बसपा के 44 कैंडिडेट और भारतीय ट्राइबल पार्टी के 12 कैंडिडेट मैदान में हैं। बीते एक दिसंबर को गुजरात विधानसभा चुनाव के लिए पहले चरण का मतदान हुआ था जिसमें 89 सीटों 63.31 फीसदी वोटिंग हुई थी। गुजरात चुनाव 2022 के EXIT POLL के बारे में यहां जानिए।
गुजरात विधानसभा का कार्यकाल अगले साल 18 फरवरी में खत्म हो रहा है। 2017 के चुनाव में बीजेपी ने गुजरात विधानसभा की 182 में से 99 सीटों पर जीत दर्ज की थी। कांग्रेस ने 77 सीटें हासिल की थीं। चुनाव के बाद बीजेपी ने विजय रूपाणी को मुख्यमंत्री बनाया गया था।
हालांकि, सितंबर 2021 में रूपाणी की जगह भूपेंद्र पटेल को मुख्यमंत्री बना दिया गया था। गुजरात में 2017 में 9 दिसंबर से 14 दिसंबर के बीच वोटिंग हुई थी। 18 दिसंबर को नतीजे आए थे। गुजरात विधानसभा में बहुमत के लिए 92 सीटें जरूरी है।
गुजरात में वर्ष 1995 से लगातार सत्ता में BJP बनी हुई है, और वर्तमान भूपेंद्र पटेल सरकार कोशिश में है कि भारतीय जनता पार्टी को एक और कार्यकाल मिल जाए। उधर, कांग्रेस वर्ष 2017 के चुनाव नतीजों से उत्साहित है, और पिछले नतीजों को बेहतर करने की उम्मीद पाले हुए है।
गुजरात में तीसरी पार्टी अरविंद केजरीवाल की AAP है, जिसे आशा है कि BJP के लगातार शासन के बाद जनता बदलाव चाहेगी और दिल्ली व पंजाब में उनका प्रदर्शन देखकर उन्हें चुन सकती है।
गुजरात और हिमाचल प्रदेश में वोटिंग से पहले ओपिनियन पोल में गुजरात और हिमाचल प्रदेश दोनो राज्यों में बीजेपी की सरकार बनने की बात कही गई थी। ओपिनियन पोल के अनुसार बीजेपी अपना गुजरात का किला बचाने में कामयाब रहेगी। वहीं, हिमाचल में कांग्रेस की तरफ से कड़ी टक्कर के बावजूद बीजेपी को बढ़त बताई जा रही थी।