रवीश कुमार

नई दिल्ली। रेमन मैग्सेसे अवार्ड से सम्मानित वरिष्ठ पत्रकार रवीश कुमार ने बुधवार को एनडीटीवी छोड़ दिया, वही एक दिन पहले चैनल के संस्थापक प्रणय रॉय और राधिका रॉय ने अपनी मूल इकाई आरआरपीआर होल्डिंग प्राइवेट लिमिटेड के बोर्ड में निदेशक के रूप में इस्तीफा दे दिया।

रविश कुमार ने बीते दिन आपने यूट्यूब चैनल के ज़रिये दर्शको को सम्बोधित करते हुए कहा था कि “मै वो चिड़िया हूँ जिसका घोंसला कोई और ले कर उड़ गया।”

 

एनडीटीवी के प्रमोटर आरआरपीआर होल्डिंग ने 28 नवंबर को कहा था कि उसने अपनी इक्विटी पूंजी का 99.5% हिस्सा अडानी समूह के स्वामित्व वाले विश्वप्रधान कमर्शियल को स्थानांतरित कर दिया है।

 

NDTV समूह की अध्यक्ष सुपर्णा सिंह ने अपने सहयोगियों को एक ईमेल में कथित तौर पर कहा, रवीश ने NDTV से इस्तीफा दे दिया है और कंपनी ने उनके इस्तीफे के अनुरोध को तत्काल प्रभाव से स्वीकार कर लिया है।

 

एनडीटीवी समूह की अध्यक्ष सुपर्णा सिंह ने संस्थान के वरिष्ठ संपादक के इस्तीफे को लेकर कहा कि ‘रवीश कुमार जैसे लोगों को प्रभावित करने वाले पत्रकार विरले होते हैं। यह उनके बारे में लोगों की प्रतिक्रिया में दिखता है।’ सुपर्णा सिंह ने मीडिया समूह को भेजे आंतरिक ईमेल में कहा, ‘रवीश कुमार दशकों से एनडीटीवी का एक अभिन्न हिसा रहे हैं. उनका योगदान बहुत अधिक रहा है और हम जानते हैं कि वह अपनी नई पारी में भी बेहद सफल होंगे।’

रविश कुमार ने खुद ट्वीट करते हुए कहा कि, माननीय जनता, मेरे होने में आप सभी शामिल हैं। आपका प्यार ही मेरी दौलत है। आप दर्शकों से एकतरफ़ा और लंबा संवाद किया है। अपने यू- ट्यूब चैनल पर। यही मेरा नया पता है। सभी को गोदी मीडिया की ग़ुलामी से लड़ना है।

आपका
रवीश कुमार

रविश कुमार चैनल के प्रमुख शो हम लोग, रवीश की रिपोर्ट, देश की बात और प्राइम टाइम सहित कई कार्यक्रमों में एंकरिंग किया करते थे। रवीश कुमार देश की आम जनता को प्रभावित करने वाले जमीनी मुद्दों की कवरेज के लिए जाने जाते हैं। रविश कुमार दो बार रामनाथ गोयनका उत्कृष्टता और 2019 में रेमन मैग्सेसे पुरस्कार से सम्मानित हो चुके हैं। समाचार पत्र ‘द इंडियन एक्सप्रेस’ ने वर्ष 2016 में उन्हें ‘100 सबसे प्रभावशाली भारतीयों’ की अपनी लिस्ट में भी शामिल किया था। 

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