Gujarat Elections 2022 : गुजरात में पहले चरण का चुनाव एक दिसंबर को होना है। 89 विधानसभा सीटों पर वोट पड़ेंगे। इसके लिए चुनाव प्रचार का आखिरी दौर चल रहा है। राजनेता एक दूसरे पर खूब टीका टिप्पणी कर रहे है। एक जनसभा को संबोधित करते हुए यूपी के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने नाम लिए बिना दिल्ली के सीएम अरविंद केजरीवाल पर निशाना साधा और उनको नमूना कह दिया। वहीं इस पर अरविंद केजरीवाल ने भी अपनी प्रतिक्रिया देते हुए इसे गंदी राजनीति करार दिया।
वहीं योगी आदित्यनाथ की “नमूना” टिप्पणी पर, दिल्ली के मुख्यमंत्री ने पलटवार किया। उन्होंने योगी के ट्वीट पर जबाव देते हुए कहा कि अगर गंदी गाली गलौज चाहिए, गुंडागर्दी चाहिए, भ्रष्टाचार चाहिए, गंदी राजनीति चाहिए तो इनको वोट दे देना। अगर स्कूल, अस्पताल, बिजली, पानी, सड़कें चाहिए तो मुझे वोट दे देना।
गुजरात के गिर सोमनाथ जिले में एक चुनावी रैली के दौरान योगी आदित्यनाथ ने केजरीवाल पर टिप्पणी करते हुए कहा था कि दिल्ली से एक आम आदमी पार्टी का नमूना आया है, जो आतंकवाद का शुभचिंतक है। उन्होंने आगे कहा कि अयोध्या में राम मंदिर का विरोध करता हैं और सर्जिकल स्ट्राइक पर सवाल उठाता हैं…आतंकवाद और भ्रष्टाचार उनके जीवन का हिस्सा है।
अगर गंदी गाली गलौज चाहिए, गुंडागर्दी चाहिए, भ्रष्टाचार चाहिए, गंदी राजनीति चाहिए तो इनको वोट दे देना। अगर स्कूल, अस्पताल, बिजली, पानी, सड़कें चाहिए तो मुझे वोट दे देना। https://t.co/kNtrOR2azB
— Arvind Kejriwal (@ArvindKejriwal) November 26, 2022
अरविंद केजरीवाल ने जिस वीडियो को री-ट्वीट किया, उसमें योगी आदित्यनाथ ने कहा कि AAP नेता ने “राम मंदिर के निर्माण का विरोध किया था, और यहां तक कि पाकिस्तान में भारतीय सेना की सर्जिकल स्ट्राइक के लिए सबूत भी मांगा था.” उन्होंने कहा कि भ्रष्टाचार और आतंकवाद ‘एक ही चीज’ हैं.
क्या कहा था सीएम योगी ने
गुजरात के गिर सोमनाथ जिले में एक चुनावी रैली के दौरान योगी आदित्यनाथ ने केजरीवाल पर टिप्पणी करते हुए कहा था कि दिल्ली से एक आम आदमी पार्टी का नमूना आया है, जो आतंकवाद का शुभचिंतक है। उन्होंने आगे कहा कि अयोध्या में राम मंदिर का विरोध करता हैं और सर्जिकल स्ट्राइक पर सवाल उठाता हैं…आतंकवाद और भ्रष्टाचार उनके जीवन का हिस्सा है।
कांग्रेस पर साधा निशाना
वहीं योगी आदित्यनाथ ने कहा कि कांग्रेस सिर्फ वोट बैंक की राजनीति करती है। अपने मुस्लिम वोट बैंक के कारण, कांग्रेस कभी भी हिंदुओं की आस्था का सम्मान नहीं करना चाहती थी। यही कारण था कि कांग्रेस सोमनाथ मंदिर के पुनर्निर्माण के खिलाफ थी।