नई दिल्ली। आज के समय में पेटीएम यूज करने वालों की तादाद तेज़ी से बढ़ रही है। क्या आप भी है इस भीड़ में शामिल हैं तो संभल जाइए। दरअसल इसके आईपीओ को पिछले साल निवेशकों ने हाथो-हाथ लिया था। लेकिन पेटीएम ने अपने निवेशकों को एक साल में ही कंगाल करके छोड़ा है। अब पेटीएम के नाम ऐसे-ऐसे रिकॉर्ड जुड़ रहे हैं, जिस सुनकर निवेशकों की घबराहट बढ़ रही है।
इस कंपनी का इश्यू दुनियाभर में पिछले एक दशक में अब तक का सबसे खराब आईपीओ साबित हुआ है। दरअसल, पेटीएम के शेयर अपने हाई से 75 फीसदी से ज्यादा टूट चुका है। यानी पेटीएम की संचालक कंपनी One 97 Communications लिमिटेड का IPO लिस्टिंग के पहले साल ही सबसे खराब प्रदर्शन करने वाला IPO रहा है। आंकड़ों के मुताबिक पिछले एक दशक में किसी भी कंपनी के IPO में इतनी बड़ी गिरावट नहीं देखने को मिली है।
पेटीएम की पैरेंट कंपनी वन 97 कम्युनिकेशंस लिमिटेड का आईपीओ पिछले साल नवंबर में लॉन्च हुआ था। लॉन्च से पहले इस आईपीओ को लेकर जबर्दस्त माहौल था। लेकिन एक साल में ही पेटीएम के शेयर अर्श से फर्श पर पहुंच गया है। वन 97 कम्युनिकेश लिमिटेड (One 97 Communications Ltd.) पेटीएम की मूल कंपनी है।
ब्लूमबर्ग के आंकड़ों के मुताबिक बाजार में जारी गिरावट के बीच कुछ कंपनियों के शेयर लगातार नीचे गिर रहे हैं। इसी बीच पेटीएम के शेयरों की गिरावट थम नहीं रही है। निवेशकों में खलबली मची हुई है। बुधवार को कंपनी के शेयर गिरकर 450 रुपये के करीब पहुंच गए जो अबतक का रिकॉर्ड निचला स्तर है। पेटीएम के शेयर तब भी गिर रहे थे जब बाजार में गिरावट जारी था। वहीं बाजार में तेजी के दौरान भी इसके शेयर में लगातार गिरावट बना हुआ है। इसके शेयरों में निवेश करने वाले इसके बेहतर होने के इंतजार में बैठे हैं.
आपको बता दें पिछले एक महीने में पेटीएम के शेयर 28 फीसदी से ज्यादा लुढ़क चुका है। जबकि इस दौरान इंडेक्स निफ्टी में 3 फीसदी की तेजी दर्ज की गई है। वहीं पिछले 6 महीने में कंपनी के शेयर में 26 फीसदी की गिरावट आई है, जबकि पिछले एक साल में इसके शेयर करीब 70 फीसदी टूट चुके हैं।
मुकेश अंबानी बताई गई वजह : कंपनी के शेयरों में गिरावट के पीछे की वजह मुकेश अंबानी से कनेक्शन को बताया जा रहा है। दरअसल, मैक्वेरी ग्रुप लिमिटेड के विश्लेषकों ने अरबपति मुकेश अंबानी के फाइनेंस सर्विस कारोबार में प्रवेश को पेटीएम के लिए जोखिम बताया है।
क्या रहा है हिसाब किताब : Paytm के IPO का इश्यू साइज 18,300 करोड़ रुपये था और इसके लिए प्राइस बैंड 2080 रुपये से 2150 रुपये तक तय किया गया था। इस आईपीओ को निवेशकों ने जबरदस्त रिस्पांस दिया था। लेकिन डिस्काउंट पर लिस्टिंग के बाद से शेयरों में जो गिरावट आई उससे कंपनी अब तक नहीं उबर पाई है। वहीं पेटीएम के स्टॉक्स शेयर बाजार में नवंबर 2021 में 9 फीसदी डिस्काउंट के साथ 1,950 रुपये पर लिस्ट हुए थे।
Paytm की शुरुआत करीब 10 साल पहले हुई थी। शुरुआत में कंपनी मोबाइल रिचार्ज प्लेटफॉर्म के रूप में जानी जाती थी, लेकिन 2016 में नोटबंदी के दौरान सीईओ वियज शेखर शर्मा के नेतृत्व में पेटीएम पेंमेट सर्विस आसमान की बुलंदियों पर पहुंच गई।